Saturday, August 29, 2020

तेरे मेरे दरमियाँ ...


कुछ अनकहा सा,
कुछ अनसुना सा,
कुछ अनछुआ सा,
कुछ अनजाना सा,
हैं तेरे मेरे दरमियाँ


कुछ मीठा सा,
कुछ खटा सा,
कुछ प्यारा सा,
कुछ नादान सा,
हैं तेरे मेरे दरमियाँ


थमा हैं एक तूफ़ा
हाँ, थमा हैं एक तूफ़ा
तेरे मेरे दरमियाँ ….

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